Wednesday, June 27, 2012

वो खत

 आज भी तेरा पहला खत
मेरी इतिहास की किताब में हैं
उसका रंग गुलाबी से पीला हो गया
मगर खुशबू अब भी पन्नो में है

 उसके हर एक शब्द हमारी
प्रेम कहानी बयां करते है
और तनहाई में मुझे
बीते समय में ले चलते हैं
 वो खत मेरी जिन्दगी का
 हिस्सा नही ,जिन्दगी है  
 हर दिन पढने की उसे 
बढती जाती तृष्णगी है





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