कैसे मनाती हैं दीवाली टीवी सीरियल की रानियां
Posted On November - 2 - 2013
संगीता
दीवाली एक ऐसा त्यौहार है जिसकी खुशी कुछ निराली है। हर कोई इसे अपने ढंग से मनाता है लेकिन जिनको हम अच्छे से जानते हैं उनके हर काम पर हमारी नजर रहती है। हमारे ऐसे ही जानने वालों में आजकल टीवी अभिनेत्रियां का नाम भी शामिल हो गया है। उन्हें हर रोज अपने ड्राइंग रूम या बेडरूम में देखते-देखते उनके साथ कुछ ऐसा रिश्ता बन गया है कि वे अपने परिवार का हिस्सा सा ही लगती है। दर्शकों के दिल पर राज करने वाली ये टीवी सीरियल की रानियां दीवाली कैसे मनाती हैं, यह जानने की कोशिश हमने की। किसने दीवाली को लेकर क्या कहा आइये बताते हैं आपको : -
प्रत्युषा बनर्जी
इन
दिनों प्रत्युषा बिग बास के घर में है। उम्मीद है वह दीवाली से पहले घर से
बेघर नहीं होगी। इस कारण उसकी दीवाली बिग बास के घर में ही मनेगी। लेकिन
पिछली बार जब वह ‘बालिका वधू’ की आनंदी के रूप में काम कर रही थी, तब उसकी
दीवाली बेहद शानदार रही थी। प्रत्युषा बताती है कि गणेशजी,लक्ष्मीजी और
काली मां की मूर्तियों के लिए दीवाली पर हर साल एक छोटा सा दीवाली घर
बनाती हूं। साथ ही दीवाली पर हर साल अपने लिए 3 ड्रेस खरीदती हूं जिन्हें
मैं धन तेरस, छोटी दीवाली और बड़ी दीवाली तीनों दिन नए कपडे पहन सकूं। यह
सिलसिला मेरी मां ने मेरे लिए मेरे बचपन में शुरू किया था पर अब मैं अपने
और अपने परिवार के लिए खुद कपडे खरीदती हूं लेकिन मैं पटाखे जलाने में
बहुत सावधानी बरतती हूं क्योंकि बचपन में दीवाली पर मेरा पैर जल गया था।
दीवाली एक ऐसा त्यौहार है जिसकी खुशी कुछ निराली है। हर कोई इसे अपने ढंग से मनाता है लेकिन जिनको हम अच्छे से जानते हैं उनके हर काम पर हमारी नजर रहती है। हमारे ऐसे ही जानने वालों में आजकल टीवी अभिनेत्रियां का नाम भी शामिल हो गया है। उन्हें हर रोज अपने ड्राइंग रूम या बेडरूम में देखते-देखते उनके साथ कुछ ऐसा रिश्ता बन गया है कि वे अपने परिवार का हिस्सा सा ही लगती है। दर्शकों के दिल पर राज करने वाली ये टीवी सीरियल की रानियां दीवाली कैसे मनाती हैं, यह जानने की कोशिश हमने की। किसने दीवाली को लेकर क्या कहा आइये बताते हैं आपको : -
प्रत्युषा बनर्जी

अविका गौर
अविका
गौर इन दिनों ‘ससुराल सिमर का’ सीरियल से चर्चा में है लेकिन बाल आनंदी के
रूप में अविका ने अपने काम से लोगों का जैसा दिल जीता, वह अनुपम था। अविका
कहती है— मैं दीवाली का पूरे साल इंतजार करती हूं,मेरे लिए साल में यदि
सबसे बेस्ट समय कोई है तो वह दीवाली है। धनतेरस से भैया दूज तक त्यौहार का
लम्बा समय जीवन में नया उत्साह भर देता है। एक यही मौका है जब सारा परिवार
इकट्ठा होता है। सब एक दूसरे को गिफ्ट देते है। घर में दिए जलते है। जब मैं
पूरा शहर एक साथ जगमग रौशनी से नहाया देखती हूं तो मन खिल उठता है।
दीवाली पर मैं नए कपडे खरीदती हूं, थोड़े बहुत पटाखे भी जलती हूं और मिठाई
तो खाती ही हूं।

दीपिका सिंह
सीरियल ‘दिया और बाती’ के अपने संध्या के रोल से से टीवी स्टार बन चुकी
दीपिका सिंह भी दीवाली की बात करते चहक सी उठती है। वह कहती हैं— बहुत ही
दिलकश उत्सव है दीवाली। मेरा सबसे फेवरिट फेस्टिवल। दीवाली में जो बात
मुझे सबसे अच्छी लगती है वह है इसकी चमक दमक जिसमे भक्ति और आनंद के
खूबसूरत रंग भरे हुए है। इस चमक दमक में शामिल होने के लिए मैं भी इस दिन
खूब चमकने दमकने की कोशिश करती हूं। नए कपड़े खरीदना तो सबसे बड़ा अधिकार
सा ही हो जाता है इस दिन,फिर बाकी साल में मिठाई खाओ या नहीं इस दिन मिठाई
भी बिना रोक टोक और बिना सोचे समझे मजे मजे में खाती हूं। गणपति बाबा और
महालक्ष्मी की पूजा का इस दिन तो अलग ही सुख मिलता है। अपने परिवार, दोस्त
यहां तक कि पड़ोसियों से भी इस दिन मिलना जुलना हो जाता है और एक दूसरे से
गिले शिकवे भी दूर किये जा सकते हैं।

दीपिका सेमसन
‘ससुराल
सिमर का’ की सिमर यानी दीपिका सेमसन भी दीवाली को पसंद तो करती है और
इसे मनाती भी है लेकिन दीवाली का शोर उसे विचलित भी करता है। दीपिका कहती
है— मुझे दीवाली क्रिसमस दोनों ही पसंद है। लेकिन मुझे यह डर लगा रहता है
कि कहीं अनार या कोई बड़ा बम कोई अप्रिय घटना को आमंत्रित ना कर दे।

इसलिए मैं इनका बहुत कम और सावधानी से
इस्तेमाल करती हूं। हालांकि रॉकेट की तो आवाज से ही मुझे बहुत डर लगता है
और उसके शोर से बचने के लिए मैं इयर प्लग लगा लेती हूं। मैं चाहती हूं
दीवाली शोर मुक्त हो तो ज्यादा बेहतर होगा। हां दीवाली पर नए कपड़े पहन घर
को रौशनी से सजाना और मिठाई खाना तथा लोगों से मिलना जुलना मुझे सुहाता
है।
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