Saturday, October 26, 2013

छोटे सितारों की बड़ी दिवाली

छोटे सितारों की बड़ी दिवाली
जगमग-जगमग आया दिवाली का त्योहार। धूम-धड़ाके और मिठाइयों के इस प्यारे त्योहार का बच्चों-बड़ों सभी को साल भर इंतजार रहता है। मस्ती और धूम-धड़ाके के साथ सब कुछ नया-नया जो हो जाता है। घर की साफ-सफाई के बाद परदे, फर्नीचर, कपड़े आदि सब होता है नया-नया। चारों ओर होती है रोशनी की जगमगाहट। आकाश को छूने पहुंचती हैं रंग-बिरंगी हवाइयां और अनार-फुलझड़ियां खिलकर खुशी का इजहार करती हैं। चॉकलेट, मिठाइयां, गिफ्ट्स इतना सब कुछ परीलोक की कल्पना सा लगता है। इस त्योहार को मनाने का अंदाज हर किसी का अपना ही है। खुशी और मस्ती वही अच्छी होती है, जो दूसरों को भी उल्लास से भर दे।
टीवी प्रोग्राम, फिल्मों व विज्ञापनों में काम कर जो सिलेब्रिटीज अपनी अलग पहचान बनाते हैं, उनके बारे में जानने-सुनने की इच्छा तो होती ही है। आपके कुछ छोटे-छोटे दोस्त ऐसे भी हैं, जो आपकी तरह स्कूल जाते हैं, खेलते हैं और साथ ही टीवी-फिल्मों आदि में काम कर उन्होंने बनाई है अपनी अलग पहचान। वे बच्चे दिवाली के पावन त्योहार को कैसे मनाते हैं, क्या आप नहीं जानना चाहेंगे?

स्पर्श खानचंदानी

 मुझे आपने कलर्स के सीरियल ‘उतरन’, सोनी पर सीरियल ‘सी.आई.डी.’, जी टीवी के सीरियल, स्टार वन पर ‘दिल मिल गए’, सोनी चैनल पर ‘क्राइम पेट्रोल’, सोनी पर ‘कॉमेडी सर्कस’, ‘तीन का तड़का’, स्टार वन पर ‘लाफ्टर के पटाखे’ और कुछ फिल्मों में देखा है। इनके अलावा डांस शो ‘जरा नच के दिखा’ आदि कई जगह परफॉर्मेस दी हैं। मुझे कई अवॉर्ड भी मिल चुके हैं। एक बात और बता दूं कि मुझे पढ़ाई के लिए भी अवॉर्ड मिला है। जितना पढ़ने का शौक है, उतना ही त्योहारों का भी इंतजार करती रहती हूं। मुझे त्योहारों पर बहुत मजा आता है, हर त्योहार पसंद है। दिवाली क्यों मनाई जाती है, यह मुझे मां ने कथा सुनाकर बताया है। दिवाली पर मुझे घर में बनी मिठाइयां खानी पसंद हैं। नए कपड़े, सजी रंगोली व पटाखे पसंद हैं। अभी तक तो मैं खूब पटाखे छोड़ती थी। मगर यह दिवाली विशेष रूप में मनाऊंगी, क्योंकि मेरी स्कूल प्रिंसिपल ने पटाखों से होने वाले नुकसान के बारे में बताकर हम सभी बच्चों की आंखें खोल दी हैं। इस बार दिवाली पर नए कपड़े, मिठाइयां, दीप-बत्ती, रंगोली सब होगा, पर हम सब दोस्तों और हमारे घर के लोगों ने सोचा है कि इस बार हम पटाखे नहीं चलाएंगे। छोटे सितारों की रुचियां, उनके काम के बारे में जानकर आपको खुशी जरूर मिली होगी। बेशक इन दोस्तों से मुलाकात करना आसान नहीं है, मगर उनके बारे में आप तक समय-समय पर जानकारियां पहुंच ही जाती हैं।  

राज समारिया
आपकी अंतरा’ सीरियल में मैं अभिषेक बना था, अंतरा का भाई। वैसे मैंने बहुत से विज्ञापनों में काम किया है। एमेजिन टीवी का सीरियल है ‘रक्त संबंध’। मैं अभी दो फिल्मों में भी काम कर रहा हूं। पहली फिल्म देओल परिवार के साथ है ‘यमला पगला दीवाना’ और दूसरी फिल्म अभिषेक बच्चन जी व विद्या बालन जी के साथ है ‘दम मारो दम’। मुझे भी दिवाली बहुत प्रिय है। खास तौर से चारों ओर रोशनी देखकर मुझे बहुत खुशी मिलती है। उस दिन मैं अपनी पसंद के नए कपड़े पहनता हूं। वैसे आप सबकी तरह मुझे पटाखे चलाना भी पसंद है। घर में बहुत से दीए जलाकर मैं भी मिठाई खाता हूं। जब मैं मिठाई खा रहा होता हूं तो मुझे अनाथालय में रह रहे मासूम बच्चों का हमेशा ध्यान आता है। उनके लिए मिठाइयां लेकर अपनी दादी जी के साथ उनके पास जाता हूं। कुछ समय दिवाली का उनके साथ भी बिताता हूं। फिर घर आकर मां लक्ष्मी व भगवान गणेश की पूजा करता हूं कि वे हमें खूब सारे पैसे व खुशियां दें। फिर दोस्तों के साथ दिवाली खूब मजे से मनाता हूं। ऐसी दीवाली मनाता हूं, जो मुझे हमेशा याद रहती है।  

आरव  अविनाश वेल्हल
दोस्तो, मैं सीरियल में जितना शैतान दिखाया जाता हूं उतना तो नहीं, पर कुछ शैतान तो हूं। हां, ठीक पहचाना ‘आपकी अंतरा’ सीरियल में मैं बिल्लू बना था। इसके अलावा मैंने विपुल शाह प्रोडक्शन ‘जरा जी के दिखा’ व फिल्म ‘सर्कस’ में भी काम किया है। एनडी टीवी के सीरियल ‘रक्त संबंध’ में भी काम किया है। कई विज्ञापनों में तो काम किया ही है। जल्दी ही आप मुझे कलर्स पर आने वाले ‘मिट्टी की बन्नो’ में देखेंगे। हां, तो भई दिवाली पर जो मजा पटाखों से आता है, उसके मुकाबले तो कोई चीज हो नहीं सकती। फिर भी पटाखों के नुकसानों के बारे में अपने स्कूल से जानने के बाद हम सब दोस्तों ने पक्का इरादा किया है कि हम भी वातावरण को साफ रखने में मदद करेंगे। इस बार हम तेज आवाज वाले पटाखे और पोल्यूशन फैलाते पटाखे नहीं चलाएंगे। बल्कि ईको फ्रेंडली क्रैकर्स जो बाजार में आए हैं, वे चलाएंगे, जिससे वातावरण साफ रहे और हमें पटाखों का मजा भी आए। मैं आप सबसे भी यही कहना चाहता हूं कि दोस्तो, आप भी ऐसा ही करें। केवल मेरे ऐसा करने से नहीं चलेगा, हम सबके द्वारा वातावरण के बारे में सोचने पर बनेगी बात। आप सबको दिवाली मुबारक!  

उल्का गुप्ता

जी टीवी के सीरियल ‘झांसी की रानी’ के बचपन का रोल निभाने के कारण मेरी पहचान खास बनी है। वैसे मैंने स्टार वन के सीरियल ‘रेशम डंक’ और जी टीवी के ‘सात फेरे’ में भी काम किया है। कई विज्ञापन किए हैं। मैं बचपन से ही बहुत शैतान थी। पूरा साल मुझे दिवाली का इंतजार रहता है। दिवाली के दिन तो मुझे बहुत शैतानी सूझती है। मैं इतने पटाखे चलाती हूं कि आसपास के लोग दांतों तले उंगली दबा लेते हैं। बचपन से तो पटाखे चलाती ही थी। अब जब मैंने झांसी की रानी सीरियल में झांसी की रानी के बचपन का रोल किया है, तो लोग मुझे देखकर मेरे पास आ जाते हैं। अब मेरे पटाखे चलाने से किसी को कोई दिक्कत नहीं है।  

जाइना व जिया वास्तानी

जी टीवी के सीरियल ‘आपकी अंतरा’ में मैं अंतरा बनी थी। सब टीवी के सीरियल ‘अम्मा जी की गली’ में हम दोनों बहनें हैं। अभी ‘ब्रेक के बाद’ फिल्म में जाइना ने दीपिका पादुकोण के बचपन का रोल निभाया है। दिवाली मनाना हमें अच्छा लगता है, सबसे अच्छा इसलिए भी लगता है, क्योंकि त्योहार मनाने के लिए स्कूल से छुट्टियां मिलती हैं। दिवाली का त्योहार हमें अच्छा लगता है क्योंकि इसमें सारी जगह रोशनी-रोशनी होती है। वह देखने में बहुत अच्छी लगती है। हम नए सुंदर कपड़े पहनकर नानी के घर जाते हैं। नानी हमें चॉकलेट और गिफ्ट्स देती हैं। वहां जाकर रात को पटाखे चलाते हैं।  

दर्शील सफारी

फ्रेंड्स, आप मुझे आमिर अंकल की फिल्म ‘तारे जमीं पर’ के बाद से जानने लगे हैं। इसमें मैं ईशान बना था। वैसे मैंने ‘बम बम बोले’ फिल्म की थी। इनके अलावा कई शो व ईवेंट किए हैं। मेरी आने वाली वॉल्ट डिज्नी की फिल्म ‘जोकोमोन’ है। इसे देखकर आपको बहुत मजा आएगा। आप जोकोमोन को जरूर पसंद करेंगे। फ्रेंड्स, मैं आज भी दिवाली उसी उमंग, उसी उत्साह से मनाता हूं, जैसे मैं स्टार बनने से पहले मनाया करता था। इस खुशी के मौके पर परिवार के सभी लोग इकट्ठे होते हैं, आपस में मिलते हैं। हम सब मिलकर दिवाली मनाते हैं, तो जो खुशी मिलती है उसे शब्दों में नहीं बता सकता। दिवाली के दिन हमारे घर में अच्छे-अच्छे पकवान बनते हैं। कभी-कभी हम किसी फेवरेट खाने की जगह जाकर भी दिवाली सेलिब्रेट करते हैं। दिवाली पारंपरिक त्योहार है। मुझे इसे पारंपरिक रूप में मनाना ही अच्छा लगता है।

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